क्रिया किसे कहते हैं – परिभाषा, भेद एवं उदाहरण kriya kise kahte hai (What is verb - definition, distinction and example)

Hello दोस्तों आज आप हमारे इस लेख पर जानेंगे कि क्रिया किसे कहते है और हम उन्हें कैसे पहचानें उदाहरण सहित कृपया कर बने रहे इस पेज पर...

    क्रिया किसे कहते हैं ? (What is verb )

    जिस वाक्य में कोई काम को करना या होना आदि बातों का बोध होता हो वह क्रिया कहलाती है।या फिर हम यह कह सकते है क्रिया का अर्थ काम से है और जिसके द्वारा कोई काम किया जाता है वह कर्ता कहलाता हैं।


    अब आप पता चल गया होगा कि क्रिया किसे कहते है। अब क्रिया के भेद के बारे जानते है।

    क्रिया के भेद 

    क्रिया कर्म और रचना के आधार पर क्रिया के भेद अलग-अलग होते है।

    कर्म के आधार पर क्रिया के भेद 

    कर्म के आधार पर क्रिया दो प्रकार की होती है।
    1. सकर्मक क्रिया।
    2.अकर्मक क्रिया।


    1.सकर्मक क्रिया (Transitive verb )

    जिस क्रिया का प्रभाव कर्ता पर ना पड़कर सीधा उसके कर्म पर पड़ता है तथा उनसे (क्या और किसको) यह प्रश्न सरलता से पूछा जा सके वह सकर्मक क्रिया कहलाती है ।

    उदाहरण:- काटना, पड़ना,लिखना,खाना,पकाना इत्यादि सकर्मक क्रिया है।
    लिखना = राम लिखता है। = राम क्या लिखता है?
    पड़ना। =  राम किताब को पड़ता है= राम किसको पड़ता है?

    सकर्मक क्रिया के भी दो भेद होते हैं।

    1.एककर्मक क्रिया।
    2.द्विकर्मक क्रिया।

    1.एककर्मक क्रिया ( Monotransitive )

    एककर्मक क्रिया में एक ही कर्म का बोध होता है तथा इसमें क्या प्रश्न का उत्तर देने की आवश्यकता होती है यानी एक ही पश्न का उत्तर देना पड़ता है।
    जैसे - राम किताब पढ़ता है।= राम क्या पढ़ता है?

    2.द्विकर्मक क्रिया ( Ditransitive )

    द्विकर्मक क्रिया में एक बारी में दो कर्म होते है तथा इसमें क्या और किसको ये प्रश्नो के उत्तर देने की आवश्यकता पड़ती है यानी एक ही बारी मे दो प्रश्नों का उत्तर एक साथ देना पड़ता है।
    जैसे - राम ने किशोर को खाना दिया। = राम ने किसको क्या दिया?

    कर्म के आधार पर क्रिया के भेद को जान लिया है अब रचना के आधार पर क्रिया को समझने की कोशिश करते हैं।

    रचना के आधार पर क्रिया के पांच भेद होते है।

    1. प्रेरणार्थक क्रिया
    2. नामधातु क्रिया
    3. सयुक्त क्रिया
    4. सामान्य क्रिया
    5. पूर्वकालीन क्रिया

    1.प्रेणार्थक क्रिया

    एसी क्रिया जिसमे कर्ता खुद काम ना कर किसी दूसरे से काम कराने का बोध होता हो उसे प्रेणार्थक क्रिया कहते हैं।
    जैसे:- राम, श्याम से लकड़ी कटवा रहा है।
    कटवाना= प्रेणार्थक क्रिया है।

    2.नामधातु क्रिया

    एसी क्रियाएं जिन वाक्यों में संज्ञा या सर्वनाम से बनी= क्रिया का प्रयोग होता हो उसे नामधातु क्रिया कहते हैं।
    जैसे:- राम उसे अपना समझता है।
              अपना = सर्वनाम से बनी क्रिया है।

    3.सयुक्त क्रिया 

    एसी क्रिया जो दो क्रियाओं का आपस में मिलकर एक वाक्य का निर्माण हो वह सयुक्त क्रिया कहलाती है तथा वाक्य में प्रथम क्रिया को मुख्य क्रिया कहते हैं और दूसरे को रंजक क्रिया कहते है।
    जैसे:- वे तुम्हें यहां छोड़कर चले गए
              चले (चलना) = मुख्य क्रिया 
               गए (जाना)= रंजक क्रिया

    4.सामान्य क्रिया

    जिन वाक्यों में सिर्फ एक सामान्य क्रिया का प्रयोग किया जाए वह सामान्य क्रिया कहलाती है।
    जैसे:- तुम पढ़ो, राम चलो इत्यादि सामान्य क्रिया है 

    5. पूर्वकालीन क्रिया

    जिन वाक्यों में पहली क्रिया या काम पूरा कर लेता है और दूसरी क्रिया या काम का बोध होता हो तथा पहले किए काम या क्रिया को पूर्णकालीन क्रिया कहते हैं।
    जैसे:- राम ने हाथ धो कर खाना खाया।
              धो कर (धोना)= प्रथम क्रिया(पूर्वकालीन क्रिया)
                         खाना = दूसरी क्रिया 




                   


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